मर्यादा के नाम पर कब तक ---- आखिर कब तक?

आखिर कब तक? कितने ही साल गुज़र गए और ज़िन्दगी भी अपनी रफ्तार के साथ आगे बढ़ती ही चली जा रही है। जीवन में कभी- कभी ऐसी घटनाएं घटित होती है जो जीवन के प्रति आपका नजरिया ही बदल देती हैं। आज आधुनिक समय में लोगों की सोच बहुत बदली है खासकर युवा वर्ग की, वो जीवन को अपने तरीके से जीना चाहते हैं। उन्हें अपने जीवन में किसी की ज्यादा दखलंदाजी पसंद नहीं होती। और एक हमारा ज़माना था...... बात उन दिनों की है जब मैं 11 क्लास में थी। उस समय क्या तो मेरी सोच होगी और क्या ही मेरे विचार? पर उस समय की घटी एक घटना ने मेरे विचारों पर गहरा प्रभाव छोड़ा। ये कहानी है मेरी सहेली परी के जीवन में घटी एक घटना पर। परी के पापा सरकारी आफिसर थे, और स्वभाव से थोड़े गरम मिज़ाज के थे। वो और मेरा भाई अक्सर उनसे कम ही बात करते थे। जो भी उन्हें कहना होता था मम्मी के माध्यम से अपनी बात पहुँचा दिया करते थे। एक बार उसके पापा के बड़े अधिकारी के घर पर, उनके बेटे की सा...